Home Loan EMI | अब घर खरीदने के लिए बिना किसी गारंटी के मिलेगा लोन, सरकार शुरू कर रही है नई गृह लोन योजना

Home Loan EMI

Home Loan EMI | जो लोग अपना खुद का घर होने का सपना देखते हैं उनके लिए खुशखबरी है। भविष्य में आपको घर खरीदने के लिए बिना किसी गारंटी के लोन मिल जाएगा। अभी तक होम लोन लेने वालों को गारंटी के लिए अपने घर के दस्तावेज बैंक के पास गिरवी रखने पड़ते थे, लेकिन कम आय वर्ग और मध्यम वर्ग के लिए सरकार एक नई योजना लाएगी जिसमें होम लोन लेने वालों को न तो अपने दस्तावेज गिरवी रखने होंगे और न ही किसी गारंटर की जरूरत होगी। इतना ही नहीं इस स्कीम के तहत लोन लेने के लिए ज्यादा कागजी कार्रवाई की जरूरत नहीं होगी।

बिना किसी गारंटी के होम लोन
इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, सरकार जल्द ही एक नई आवास योजना शुरू करेगी जिसका उद्देश्य निम्न और मध्यम आय वर्ग के लोगों को अपना आवास प्रदान करना है। इस योजना का उद्देश्य मध्यम वर्ग के लोगों को बिना किसी गारंटी के शून्य संपार्श्विक यानी होम लोन की सुविधा प्रदान करना है। इसके लिए उन्हें अपनी संपत्ति के दस्तावेज गिरवी नहीं रखने होंगे और किसी गारंटर की जरूरत नहीं होगी।

वहीं सरकार बिना प्रॉपर्टी के दस्तावेज वाले लोगों को होम लोन देने का काम कर रही है। बहुत से लोगों को घर या किसी अन्य संपत्ति के लिए लोन की आवश्यकता होती है लेकिन उनके पास संपत्ति के सभी दस्तावेज होते हैं। ऐसे में जिन लोगों के पास प्रॉपर्टी के पूरे दस्तावेज नहीं हैं, उन्हें भी प्रॉपर्टी पर लोन मिल सकता है। एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य उन घर खरीदारों को लोन प्रदान करना है जिनके पास आय का प्रमाण या आवश्यक दस्तावेज नहीं हैं।

मध्यम वर्ग के लिए सरकार की नई योजना
सरकार की इस नई हाउसिंग स्कीम के तहत लोअर और मिडिल क्लास के लोगों को 20 लाख रुपये तक का लोन बिना किसी गारंटी के मिल सकता है। चुकौती अवधि 30 वर्ष होगी। अभी तक बिना किसी गारंटी के सिर्फ 8 लाख रुपये तक का लोन ही दिया जाता है।

सरकार आपके लोन की गारंटी देगी
स्कीम के तहत लोन के एक हिस्से की गारंटी सरकार ही देगी, जबकि थर्ड पार्टी गारंटी के साथ आपको होम लोन मिल सकता है। इसके लिए आपको कोई दस्तावेज गिरवी रखने की जरूरत नहीं है। माना जा रहा है कि इस योजना के तहत किसी भी तरह की गलती होने पर सरकार 70% राशि की गारंटी खुद देगी। वित्त मंत्रालय और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय, राष्ट्रीय आवास बैंक और अन्य वाणिज्यिक बैंकों के बीच बातचीत चल रही है।

मौजूदा प्रावधानों के अनुसार, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को 3 लाख रुपये तक की वार्षिक आय वाले परिवार माना जाता है। 3-6 लाख रुपये की वार्षिक आय वाले लोगों को निम्न आय वर्ग (एलआईजी) परिवार माना जाता है, जबकि 6-9 लाख रुपये की वार्षिक आय वाले लोगों को मध्यम आय वर्ग माना जाता है।

Disclaimer : म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में निवेश जोखिम पर आधारित होता है।  शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। hindi.Maharashtranama.com किसी भी वित्तीय नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।

News in Hindi | Home Loan EMI 22 December 2024 Hindi News.

संबंधित खबरें

अन्य

x
Maharashtranama

महाराष्ट्रनामा से पाएं ब्रेकिंग न्यूज अलर्ट्स.

लगातार पाएं दिनभर की बड़ी खबरें. आप Bell पर क्लिक करके सेटिंग मैनेज भी कर सकते हैं.

x

Notification Settings

Select categories to receive notifications you like.