Vodafone Idea Share Price | वोडाफोन ग्रुप पर वोडाफोन आइडिया लिमिटेड शेयर का 11,650 करोड़ रुपये बकाया है। ग्रुप ने वित्तीय संकट से जूझ रही वोडाफोन आइडिया टेलीकॉम कंपनी का कर्ज चुकाने के लिए अपनी लगभग पूरी हिस्सेदारी गिरवी रखी थी। (वोडाफोन आइडिया कंपनी अंश)
कंपनी ने फंड जुटाया था
यह फंड एचएसबीसी कॉरपोरेट ट्रस्टी कंपनी के माध्यम से लोन व्यवस्था के माध्यम से जुटाया गया था, जो वोडाफोन समूह की मॉरीशस स्थित सहायक कंपनी है। वोडाफोन समूह ने 2019 में इंडस टावर्स में अपनी हिस्सेदारी 11,000 करोड़ रुपये में गिरवी रखी थी ताकि वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के राइट्स इश्यू में योगदान दिया जा सके।
15,300 करोड़ रुपये जुटाए गए
वोडाफोन समूह ने इंडस टावर्स में अपनी पहली 21.05 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 15,300 करोड़ रुपये जुटाए थे। हिस्सेदारी बिक्री से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल मुख्य रूप से भारतीय परिसंपत्तियों पर 1.8 अरब यूरो के कर्ज के भुगतान के लिए किया गया था। सोमवार ( 30 दिसंबर 2024 ) को शेयर 2.95% बढ़कर 7.69 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
कंपनी ने शेयर बाजार को दी थी जानकारी
वोडाफोन आइडिया लिमिटेड ने एक बयान में कहा 27 दिसंबर 2024 को एचएसबीसी कॉर्पोरेट ट्रस्टी कंपनी लिमिटेड जिसने कर्जदार के लिए एक सुरक्षा ट्रस्टी के रूप में काम किया, उसी एचएसबीसी कॉरपोरेट ट्रस्टी कंपनी बकाया कर्ज चुकाने के बाद फ्री कर दिया गया है।।
शेयरहोल्डर ने कंपनी में 22.56% इक्विटी हिस्सेदारी फ्री कर दी
सेटलमेंट के बाद वोडाफोन के प्रमोटर शेयरहोल्डर ने कंपनी में 22.56% इक्विटी हिस्सेदारी फ्री कर दी है। वोडाफोन आइडिया लिमिटेड कंपनी (30 सितंबर, 2024 तक) में वोडाफोन ग्रुप की 22.56%, आदित्य बिर्ला ग्रुप की 14.76% और केंद्र सरकार की 23.15% हिस्सेदारी है।
ब्लॉक डील्स के जरिए जुटाए गए 2,801.7 करोड़ रुपये
इस महीने की शुरुआत में वोडाफोन ग्रुप ने इंडस टावर्स में अपनी शेष 3 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर करीब 2,801.7 करोड़ रुपये जुटाए थे। कंपनी के इस फैसले के बाद वोडाफोन अब भारती एयरटेल की सब्सिडियरी भारतीय टावर कंपनी से पूरी तरह बाहर हो गई है।
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