Stocks To Buy | शेयर बाजार में पिछले कुछ दिनों से बिकवाली का दबाव बना हुआ है। हालांकि शेयर बाजार में कल जोरदार तेजी देखने को मिली। जानकारों के मुताबिक निवेशकों को वित्तीय क्षेत्र से जुड़ी दो सरकारी कंपनियों के शेयर में पैसा लगाकर पैसा कमाने का शानदार मौका मिलेगा।
ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस CLSA ने लोगों को दो सरकारी कंपनियों PFC और REC के शेयर में निवेश की सलाह दी है। दोनों कंपनियां बिजली क्षेत्र के वित्तपोषण के कारोबार में हैं। पिछली तिमाही में दोनों सरकारी कंपनियों के शेयर 40 से 50 फीसदी तक चढ़े हैं। पिछले एक साल में PFC और REC दोनों के शेयर ने अपने निवेशकों को 250 फीसदी रिटर्न दिया है।
PFC के शेयर शुक्रवार, 19 जनवरी, 2024 को 1.78 प्रतिशत बढ़कर 399.70 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं। REC का शेयर 2.36 प्रतिशत बढ़कर 434.30 रुपये पर कारोबार कर रहा था। CLSA फर्म ने PFC कंपनी के शेयर का टारगेट प्राइस 360 रुपये से बढ़ाकर 490 रुपये कर दिया है। यानी शेयर 36 फीसदी बढ़ सकता है।
जनवरी 17, 2024 को PFC कंपनी के शेयर 392 रुपये पर बंद हुए। विशेषज्ञों ने PFC स्टॉक का लक्ष्य कई 0.90X से बढ़ाकर 1.4X कर दिया है। पिछले एक साल में, PFC के स्टॉक ने अपने निवेशकों पर 220 प्रतिशत रिटर्न दिया है। पिछले छह महीनों में कंपनी के शेयर की कीमत दोगुनी से अधिक हो गई है। इसी अवधि के दौरान निवेशकों ने 110 फीसदी रिटर्न दिया है।
CLSA फर्म ने REC कंपनी के शेयर खरीदने की सलाह दी है। एक्सपर्ट्स ने इस शेयर का टारगेट प्राइस 340 रुपये से बढ़ाकर 510 रुपये कर दिया है। जानकारों के मुताबिक शेयर 50 फीसदी और चढ़ सकता है। कंपनी के शेयर जनवरी 17, 2024 को रु. 426 में बंद हो गए।
विशेषज्ञों ने REC कंपनी का टारगेट मल्टिपल 1.1X से बढ़ाकर 1.5X कर दिया है। पिछले एक साल में, कंपनी के शेयर ने अपने निवेशकों पर 250 प्रतिशत रिटर्न दिया है। पिछले छह महीनों में कंपनी के शेयर की कीमत में 160% की वृद्धि हुई है।
हाल ही में वेदांता ने आर्थिक संकट से जूझ रही मीनाक्षी एनर्जी कंपनी का अधिग्रहण किया था। इसके लिए REC कंपनी को 1440 करोड़ रुपये मिले हैं। REC भारत सरकार द्वारा बेची गई अधिकांश परियोजनाओं के ऋणदाता हैं।
इन दोनों सरकारी कंपनियों का पूंजी पर्याप्तता अनुपात मजबूत है। दोनों कंपनियों के पास उनके 100 प्रतिशत लोन पर सरकारी गारंटी है। कंपनियों का ROE प्रोफाइल मजबूत है। दोनों कंपनियां SBI की तुलना में 30-50 फीसदी अधिक प्रीमियम कीमत पर कारोबार कर रही हैं। वित्त वर्ष 2024-25 में SBI का अनुमानित PB 1X है।
SBI बैंक का ROE PFC और REC की तुलना में काफी कम है। PFC और REC का ROE 20 फीसदी है। SBI बैंक का ROE 14 फीसदी है। PFC और REC की लोन बुक अगले दो वर्षों में औसतन 15.5 की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
Disclaimer: म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में निवेश जोखिम पर आधारित होता है। शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। hindi.Maharashtranama.com किसी भी वित्तीय नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।