Sahara India Pariwar | सहारा के संस्थापक सुब्रत रॉय सहारा की मौत के बाद केंद्र सरकार सहारा के निवेशकों पर बड़ा फैसला ले सकती है। सहारा के निवेशकों के पुनर्भुगतान के लिए विशेष रूप से खोले गए बैंक खातों में जमा राशि 25,000 करोड़ रुपये को पार कर गई है। बैंकों में पड़े इस पैसे का मालिकाना हक केंद्र सरकार ले सकती है।
यह धन सहारा के निवेशकों को लौटाने के लिए बैंकों में खोले गए विशेष खातों में रखा हुआ है। पिछले 11 साल में योग्य निवेशकों की कमी के कारण पूरी रकम वापस नहीं की जा सकी। इस बीच सुब्रत रॉय सहारा के निधन के बाद केंद्र सरकार यह पैसा भारत की संचित निधि में जमा करा सकती है।
कम दावेदार
रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार सहारा का पैसा भारत के कंसोलिडेटेड फंड में जमा करने का रास्ता तलाश रही है। इस उद्देश्य के लिए सभी कानूनी प्रावधानों पर विचार किया जा रहा है। उसके आधार पर सरकार निर्णय लेगी। पिछले 11 साल में 25,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के दावेदार बहुत कम हैं।
इसलिए सरकार उस पैसे को अपने साथ ले जाना चाहती है। पात्र लोगों को उनका पैसा लौटाने के बाद अगर पैसा बचता है तो वे आने वाले दिनों में गरीब कल्याण योजनाओं के लिए पैसे का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इतना पैसा वापस
लंबी कानूनी लड़ाई के बाद 31 अगस्त 2012 को सुप्रीम कोर्ट ने सेबी के निर्देश को बरकरार रखते हुए दोनों कंपनियों को निवेशकों से जमा किया गया पैसा 15% ब्याज के साथ लौटाने को कहा था। इसके बाद सहारा को निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए सेबी के पास करीब 24,000 करोड़ रुपये जमा कराने को कहा गया था।
हालांकि, समूह ने यह कहना जारी रखा कि वह पहले ही 95% से अधिक पैसा सीधे निवेशकों को दे चुका है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड यानि सेबी ने सहारा समूह की दो कंपनियों के निवेशकों को 11 साल में 138.07 करोड़ रुपये लौटाए हैं।
19,650 आवेदन प्राप्त हुए
वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, सेबी को 31 मार्च, 2023 तक 53,687 खातों के साथ 19,650 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें से 48,326 खातों से संबंधित 17,526 आवेदनों के लिए कुल 138.07 करोड़ रुपये की राशि वापस की गई। इसमें 67.98 करोड़ रुपये का ब्याज भी शामिल है।
सहारा समूह की दो कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के आधार पर शेष आवेदनों का पता नहीं लगाया जा सका। पिछले अपडेट में सेबी ने 31 मार्च, 2022 तक 17,526 आवेदनों से संबंधित कुल 138 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया था। सेबी के अनुसार 31 मार्च 2023 तक राष्ट्रीयकृत बैंकों में जमा कुल राशि करीब 25,163 करोड़ रुपये है।
रिफंड पोर्टल के माध्यम से 5,000 करोड़ रुपये का भुगतान
इस बीच, केंद्र सरकार ने सहारा रिफंड पोर्टल लॉन्च किया है। इसके लिए आवेदन करने के बाद सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार करीब 5,000 करोड़ रुपये की राशि लौटा रही है। इसके तहत अधिकतम 10,000 रुपये का रिफंड किया जा रहा है। अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है कि शेष राशि कब वापस की जाएगी। सरकार ने कहा है कि सभी पात्र लोगों की जमा राशि धीरे-धीरे लौटाई जाएगी।
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