My EPF Money | इक्विटी इस समय ज्यादा रिटर्न दे रही है। ईपीएफओ ने ईटीएफ रिडीम पॉलिसी को और तर्कसंगत बनाने के लिए कदम उठाए हैं। तदनुसार ईटीएफ रिडीम के लिए 10 प्रतिशत रिटर्न की सीमा निर्धारित करने का प्रस्ताव किया गया है। (My EPF Money)
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के ग्राहकों को आने वाले दिनों में और ब्याज मिल सकता है। ईपीएफओ अब ज्यादा रिटर्न के लिए अपनी निवेश नीति में बदलाव करने जा रहा है। ऑडिट कमेटी ने एक्सकैंज ट्रेडेड फंड्स के जरिए इक्विटी निवेश में मुनाफावसूली के लिए 10 फीसदी रिटर्न लिमिट तय करने का प्रस्ताव किया है। इसके अलावा उसने यह भी सुझाव दिया है कि शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का फायदा उठाने के लिए ईटीएफ में निवेश की गई राशि को एक हाथ से निकासी के अलावा बार-बार निकाला जाना चाहिए।
इसका मतलब है कि ईपीएफओ ईटीएफ को तभी पूरा करेगा जब वार्षिक रिटर्न 10% या उससे अधिक हो। ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) की मंजूरी के बाद इसे लागू किया जाएगा। ईपीएफओ बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के एक सदस्य के मुताबिक, इससे रिडीम पॉलिसी में पारदर्शिता के साथ-साथ रिटर्न में भी बढ़ोतरी होगी। डेट और अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में इक्विटी में ज्यादा रिटर्न मिल रहा है। इसे देखते हुए ईपीएफओ अब अपनी निवेश नीति में बदलाव कर रहा है। श्रम मंत्रालय ने भी ईपीएफओ के साथ सहमति जताई है।
15 प्रतिशत इक्विटी निवेश
ईपीएफओ अपने कुल फंड का 15 फीसदी ईटीएफ में निवेश करता है। ईपीएफओ की योजना ईटीएफ में निवेश की अवधि को 4 की जगह 5 साल करने की है। एक अधिकारी ने कहा कि ईपीएफओ की योजना शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव से अच्छा रिटर्न हासिल करने की है। यही कारण है कि ईटीएफ में निवेश किए गए पैसे को 10% या उससे अधिक का रिटर्न मिलने के बाद इसे भुनाने के बजाय हर दिन रिडीम करना पड़ता है।
पैसे निकलने में बदलाव
वर्तमान में ईपीएफओ इक्विटी रिडीम ‘फर्स्ट इन, फर्स्ट आउट’ के आधार पर करता है। इसका मतलब है कि पहले साल में इक्विटी में निवेश किया गया पैसा चौथे साल में निकाल लिया जाता है। ताकि पैसा लंबे समय तक निवेशित रहे और अच्छा रिटर्न मिल सके। श्रम मंत्रालय का मानना है कि ईपीएफओ सदस्यों को अधिक रिटर्न देने के लिए अब इक्विटी में निवेश करना जरूरी हो गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इक्विटी की तुलना में ऋण और अन्य निवेश विकल्पों में रिटर्न की दर गिर रही है।
शेयर में 1.5 लाख करोड़ रुपये का सालाना निवेश
ईपीएफओ ने 2015-16 में शेयरों में निवेश शुरू किया था। पहले साल 5 फीसदी फंड का निवेश किया गया और दूसरे साल 10 फीसदी शेयरों में निवेश किया गया। इससे अगले साल फंड का 15 फीसदी हिस्सा इक्विटी में निवेश किया गया। शेयरों में कुल 1.7 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया गया। इसमें से ईपीएफओ ने 31 मार्च 2022 तक इक्विटी से 22,000 करोड़ रुपये निकाले थे। ईपीएफओ हर साल शेयर बाजार में अनुमानित 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश करता है।
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