
Gold Rate Today | सोना किसी को प्रिय नहीं है। सभी को सोना खरीदना पसंद है। लेकिन, सोने की कीमतें आसमान छूने के कारण सोना खरीदना फिलहाल आसान नहीं है। लेकिन, आज हम आपको इसी कीमती सोने के बारे में एक ऐसी बात बताने जा रहे हैं, जो बात या जानकारी 90 प्रतिशत लोगों को नहीं पता होगी। अब यह जानकारी क्या है, इसके बारे में आगे विस्तार से जानते हैं।
सोना दुनिया के सबसे कीमती धातुओं में से एक है। भारत में भी शुभ अवसरों पर सोना पहनने की परंपरा है। कीमती होने के कारण सोने के दाम में रोज़ बढ़ोतरी हो रही है। क्या आपने कभी सोचा है कि पृथ्वी पर सोना कहाँ से आया? अगर नहीं तो चलिए आज इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
सोना पृथ्वी पर कैसे आया?
पृथ्वी पर हमेशा से सोना नहीं था। इसके साथ ही पूरी दुनिया में सुपरनोवा न्यूक्लीओ सिंथेसिस के माध्यम से सोना बनता है। पृथ्वी पर पाया गया सोना अरबों वर्ष पहले हुए उल्कापात के कारण है। ऐसा माना जाता है कि, लगभग 4 अरब वर्ष पहले हमारी पृथ्वी धीरे-धीरे ठंडी होने लगी। इस दौरान पृथ्वी पर मौजूद धातु ठंडी होकर पृथ्वी के आस-पास जमा होने लगी। इसके बाद क्या हुआ, यह आगे पढ़ें।
सोना समुद्र में पहुँच गया।
भूमि के बाहरी परत का घनत्व 2.6 ग्राम प्रति घनसेंटीमीटर होने के कारण उसके ऊपर के सतह पर मैग्नीशियम, एल्युमीनियम, पोटैशियम, कैल्शियम और सोडियम जैसे मूल तत्व आने लगे। ये तत्व बहुत हल्के थे। उसी समय तांबा, पारा, कांच, प्लेटिन और लोहे जैसे भारी धातु पिघलकर नीचे चले गए।
पृथ्वी की प्लेटों की हलचलों के कारण ज्वालामुखी का उद्रेक हुआ, जिससे आंतरिक धातु उभड़कर पृथ्वी की सतह पर आने लगा। धीरे-धीरे ज्वालामुखी के पिघलने से सोने के कण समुद्र और नदियों में जाने लगे। ये कण इतने छोटे थे कि उन्हें पाने के लिए बहुत प्रयास और समय लग गया।
भारत में सोना कैसे आया?
दुनिया भर के सोने के संरक्षण भंडारों पर विचार करें तो भारत उसमें आगे है। हमारे नदियों में सोने के कण नहीं मिलते फिर भी हमारे पास सोने की परिमाण है। वास्तव में वर्षों से भारत के व्यापारी कपड़ा, मसाले और कलाकृतियां विदेश में बेचते रहे हैं। उस समय सोने की बहुत महत्वता थी। माल बेचने के बदले व्यापारियों को बहुत सारा सोना मिलता था। सोना-चांदी सदियों से व्यापार के माध्यम से भारत में आ रहा है। ऐसा करने से हमारा देश सोने का संरक्षक देश बन गया। आज भारत के पास 10 हजार टन से ज्यादा सोना है।