Zombie Virus | कोरोना जैसी महामारी पर काबू पाने के बाद अब जहां सारे लेन-देन सुचारू हो गए हैं और अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट आई है। हालांकि इस बीच एक और नए वायरस ने दुनियाभर में हलचल मचा दी है। इसकी वजह यह है कि वैज्ञानिकों ने एक जॉम्बी वायरस का पता लगाया है जो 48,500 साल पुराना है। यह वायरस रूस की एक झील में पाया गया है। जब से इस वायरस का पता चला है, तब से इसे दुनिया के लिए खतरे की घंटी बताया जा रहा है।
भारत ने हमेशा ग्लोबल वार्मिंग के बारे में अन्य देशों को चेतावनी दी है। दुनिया में बढ़ती गर्मी के कारण रूस और साइबेरिया में जमी बर्फ पिघलती है तो दुनिया में हड़कंप मच जाएगा। ज़ोंबी वायरस का खतरा ऐसा है कि यह छोटे सेल वाले जीवों को भी संक्रमित कर सकता है।
अब सवाल यह है कि भारत जैसे देशों को इस वायरस से कितना खतरा है और इससे निपटने के लिए वास्तव में क्या तैयार रहना चाहिए? कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। इस महामारी के बाद अब महामारी फैलाने वाले वायरस का पता चल रहा है। भारत जैसे देश इस तरह के वायरस से निपटने में सक्षम हैं। हालांकि कोरोना की वजह से दुनिया के नागरिकों को जो परेशानी हो रही थी वो बेहद भयावह थी. ज़ोंबी वायरस के सटीक जोखिम का खुलासा होना अभी बाकी है। हालांकि, हमें ऐसे वायरस या महामारियों से निपटने के लिए हर स्तर पर तैयार रहने की जरूरत है।
भारत में ग्लोबल वार्मिंग का खतरा
भारत जैसे देशों पर ग्लोबल वार्मिंग का खतरा मंडरा रहा है। सुंदरबन के कुछ हिस्से पानी में डूबने लगे हैं। इसके साथ ही मुंबई के संदर्भ में अब तक कई भविष्यवाणियां की जा चुकी हैं। विकसित देश इस सब के लिए विकासशील देशों को दोषी ठहराते हैं। हालांकि खतरा इतना बड़ा है कि आने वाले दिनों में भारत समेत दुनिया के तमाम देशों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
ज़ोंबी वायरस क्या है?
ज़ोंबी वायरस, जो 48,500 साल पुराना है, रूस में एक झील में दफन हो गया था। वैज्ञानिकों ने इस वायरस को पेंडोरावायरस येडोमा नाम दिया है। इस खोज के बारे में अभी तक कोई और जानकारी प्रकाशित नहीं की गई है।फ्रांस के नेशनल सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च की एक टीम ने बर्फ में दबे वायरस का जिक्र किया था। जिसके बारे में दुनिया के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसमें ज़ोंबी वायरस भी शामिल है। यह वायरस 48,500 साल पुराना है। इसी टीम ने 2013 में 30,000 साल पुराने वायरस की खोज की थी। ग्लोबल वार्मिंग ने दुनिया के कई हिस्सों में बर्फ पिघलाना शुरू कर दिया है। इससे एक नया खतरा पैदा हो गया है। जॉम्बी वायरस भी इसका एक हिस्सा है। इस वायरस में खतरनाक कीटाणु हो सकते हैं।
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