Vedanta Share Price | अनिल अग्रवाल की मल्टी नेशनल माइनिंग एंड मेटल कंपनी ‘वेदांता लिमिटेड’ के शेयरों में लगातार आठ कारोबार में गिरावट देखने को मिल रही थी, लेकिन आज शेयर जबरदस्त ऊंचाई पर चल रहा है। बुधवार यानी 1 मार्च 2023 को वेदांता कंपनी के शेयर 3.91 फीसदी की तेजी के साथ 278.85 रुपये के भाव पर बंद हुए। एनएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, 16 फरवरी, 2023 को कंपनी ‘वेदांता लिमिटेड’ के शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, लेकिन इसके बाद शेयर 315 रुपये से गिरने लगा और शेयर 261 रुपये तक गिर गया था। पिछले पांच दिनों में कंपनी के शेयर में 7.89 फीसदी की कमजोरी आई थी, लेकिन आज शेयर में हरियाली देखने को मिल रही है। आइए जानते हैं शेयर में गिरावट की वजह क्या है। गुरुवार (2 मार्च, 2023) को शेयर 1.29% की गिरावट के साथ ₹ 275 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।
कंपनी पर बढ़ता कर्ज का बोझ
जानकारों के मुताबिक’वेदांता लिमिटेड’ ने कंपनी पर कर्ज का भारी बोझ पैदा कर दिया है। कंपनी के शेयरों में पिछले तीन दिनों में भारी बिकवाली का दबाव देखने को मिला था। पिछले तीन दिनों में कंपनी के कैश वॉल्यूम में 10 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है, जिससे निवेशकों में घबराहट है और उन्होंने तुरंत शेयर बेचना शुरू कर दिया है। मूल कंपनी ‘वेदांता रिसोर्सेज’ वेदांता लिमिटेड के सिर पर 8 अरब डॉलर यानी करीब 65,000 करोड़ रुपये का कर्ज है।
अंतरराष्ट्रीय जिंक व्यापार सौदों में देरी
कंपनी ‘वेदांता लिमिटेड’ के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार से बुरी खबर है। हाल ही में वेदांता लिमिटेड कंपनी ने जस्ता कारोबार को उद्योग समूह ‘हिंदुस्तान जिंक’ की सहायक कंपनी को हस्तांतरित करने का फैसला किया था। हिंदुस्तान जिंक नकदी से भरपूर है और वेदांता लिमिटेड को इस लेनदेन से 25,000 करोड़ रुपये मिलेंगे। अगर इस लेनदेन में देरी होती है तो ‘वेदांता लिमिटेड’ के लिए दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारत सरकार इस सौदे के खिलाफ है। इससे शेयर पर नेगेटिव असर पड़ सकता है।
मूल्यांकन के अनुसार स्टॉक सस्ता है
शेयर बाजार के जानकारों के मुताबिक ‘वेदांता लिमिटेड’ कंपनी का शेयर वैल्यूएशन के हिसाब से काफी सस्ता हो गया है। दूसरी ओर ‘हिंदुस्तान जिंक’ कंपनी नकदी संकट का सामना नहीं कर रही है क्योंकि वह लाभांश के रूप में मजबूत राजस्व अर्जित कर रही है। ‘हिंदुस्तान जिंक’ में नकदी प्रवाह की कोई समस्या नहीं है। हालांकि, शेयर पर बिकवाली का दबाव बढ़ रहा है क्योंकि मेटल सेक्टर फिलहाल कमजोर है और कंपनियों का कैश वॉल्यूम गिरा है।
शेयर क्रैश का डर
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स फर्म वेदांता लिमिटेड द्वारा जारी एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर इसकी मूल कंपनी ‘वेदांता रिसोर्सेज’ 2 अरब डॉलर का फंड जुटाने में असमर्थ रहती है या अपने अंतरराष्ट्रीय जस्ता कारोबार को हिंदुस्तान जिंक कंपनी को बेचने में विफल रहती है तो शेयर में बड़ी गिरावट देखी जा सकती है। जून 2023 तक वेदांता लिमिटेड को कम से कम 50 करोड़ डॉलर यानी 4,000 करोड़ रुपये से अधिक की पूंजी जुटानी होगी। 4000 करोड़ रुपये ‘वेदांत लिमिटेड’ कंपनी की न्यूनतम देनदारी है।
महत्वपूर्ण: अगर आपको यह लेख/समाचार पसंद आया हो तो इसे शेयर करना न भूलें और अगर आप भविष्य में इस तरह के लेख/समाचार पढ़ना चाहते हैं, तो कृपया नीचे दिए गए ‘फॉलो’ बटन को फॉलो करना न भूलें और महाराष्ट्रनामा की खबरें शेयर करें। शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें। शेयर खरीदना/बेचना बाजार विशेषज्ञों की सलाह है। म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में निवेश जोखिम पर आधारित है। इसलिए, किसी भी वित्तीय नुकसान के लिए महाराष्ट्रनामा.कॉम जिम्मेदार नहीं होगा।
Copyright © 2024 MaharashtraNama. All rights reserved.