
Infosys Share Price | मंगलवार 26 दिसंबर को इन्फोसिस के शेयर 2 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। कल कंपनी के शेयर में बिकवाली का दबाव थे। इन्फोसिस को पिछले सप्ताह भारतीय मुद्रा में 12,500 करोड़ रुपये के 1.5 अरब डॉलर के ठेके गंवाने पड़े। इससे शेयर की कीमत पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। इन्फोसिस का शेयर गुरुवार यानी 28 दिसंबर 2023 को 0.31 फीसदी की गिरावट के साथ 1,562.30 रुपये पर कारोबार कर रहा है। शुक्रवार ( 29 दिसंबर, 2023) को शेयर 1.24% की गिरावट के साथ 1,543 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।
इन्फोसिस ने शुक्रवार, 22 दिसंबर, 2023 को एक वैश्विक कंपनी के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौता ज्ञापन का मूल्य 12.500 करोड़ रुपये है। इन्फोसिस ने सेबी को एमओयू के उल्लंघन के बारे में सूचित किया और निवेशकों ने स्टॉक बेचना शुरू कर दिया।
दूसरा, दोनों कंपनियों के बीच अनुबंध की वैधता 15 साल थी। अगर इन्फोसिस को यह कॉन्ट्रैक्ट मिल जाता तो कंपनी को सालाना 800 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिलता। इन्फोसिस भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है।
इन्फोसिस ने सितंबर 2023 तिमाही में 7.7 अरब डॉलर के सौदों पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे कंपनी की ऑर्डर बुक पर कोई असर नहीं पड़ा। आईटी कंपनियों के लिए सबसे बड़े बाजार के रूप में पहचाने जाने वाले अमेरिका में इन्फोसिस ने अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। अगले वित्त वर्ष में देश में आईटी कंपनियों के मार्जिन, रेवेन्यू और ऑर्डर बुक में मजबूती आने की संभावना है। इन्फोसिस ने 2024 के लिए अपने राजस्व संग्रह के अनुमान में कटौती की है।
इन्फोसिस के शेयर फिलहाल अपने 20 दिन के मूविंग एवरेज प्राइस से ऊपर ट्रेड कर रहे हैं। इन्फोसिस के शेयर प्राइस में पिछले एक महीने में 7 फीसदी की तेजी आई है। पिछले छह महीनों में इन्फोसिस ने अपने निवेशकों को 22 फीसदी का रिटर्न दिया है।
2023 की शुरुआत से इन्फोसिस का शेयर YTD आधार पर सिर्फ 2% बढ़ा है। पिछले पांच साल में इंफोसिस के शेयर ने अपने निवेशकों को 134 फीसदी का रिटर्न दिया है।
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