
HAL Share Price | ग्लोबल बाजार से मिलेजुले संकेतों के बीच घरेलू इक्विटी सूचकांक BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी-50 ने शुक्रवार, 13 जून 2025 को गिरावट के साथ नेगेटिव शुरुआत की थी. शुक्रवार, 13 जून 2025 के दिन क्लोजिंग बेल पर बीएसई सेंसेक्स -573.38 अंक या -0.71 प्रतिशत फिसलकर 81118.60 पर और एनएसई निफ्टी -169.60 अंक या -0.69 प्रतिशत फिसलकर 24718.60 अंक पर बंद हुआ.
शुक्रवार, 13 जून 2025 के दिन लगभग दोपहर 3.30 तक निफ्टी बैंक इंडेक्स -555.20 अंक या -1.00 फीसदी की गिरावट के साथ 55527.35 अंक पर बंद हुआ. जबकि निफ्टी आईटी इंडेक्स 8.95 अंक या 0.02 फीसदी की तेजी के साथ 38469.25 अंक पर बंद हुआ. हालांकि, एस एंड पी बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स -161.18 अंक या -0.30 फीसदी की गिरावट के साथ 53370.29 अंक पर बंद हुआ था.
शनिवार, 14 जून 2025, हिन्दुस्तान एयरोनाॅटिक्स लिमिटेड शेयर का हाल
शुक्रवार को करीब 3.30 बजे तक हिन्दुस्तान एयरोनाॅटिक्स लिमिटेड कंपनी के स्टॉक में 1.57 फीसदी की तेजी आई और यह शेयर 5035 रुपये पर बंद हुआ था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की वेबसाइट पर उपलब्ध डेटा के अनुसार, शुक्रवार, 13 जून 2025 को ओपनिंग बेल पर ट्रेडिंग शुरू होते ही हिन्दुस्तान एयरोनाॅटिक्स कंपनी शेयर 4900 रुपये पर ओपन हुआ. शुक्रवार, 13 जून 2025 दोपहर 3.30 बजे तक हिन्दुस्तान एयरोनाॅटिक्स कंपनी शेयर 5083.5 रुपये के दिन के हाई लेवल तक पहुंच गया था. वहीं, शुक्रवार को इस शेयर का लो लेवल 4892.1 रुपये था.
हिन्दुस्तान एयरोनाॅटिक्स शेयर रेंज
BSE के डेटा के मुताबिक, शुक्रवार, 13 जून 2025 तक हिन्दुस्तान एयरोनाॅटिक्स लिमिटेड कंपनी शेयर का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 5674.75 रुपये था. जबकि, शेयर का 52 सप्ताह का निचला स्तर 3046.05 रुपये था. शुक्रवार, 13 जून 2025 तक हिन्दुस्तान एयरोनाॅटिक्स लिमिटेड कंपनी का कुल मार्केट कैप बढ़कर 3,36,126 Cr. रुपये हो गया है. शुक्रवार के दिन हिन्दुस्तान एयरोनाॅटिक्स कंपनी के शेयर 4,892.10 – 5,083.50 रुपये के रेंज में ट्रेड कर रहे थे.
₹8.5 लाख करोड़ के कॉन्ट्रक्ट को मंजूरी दी
छोटी-मोटी वजहों के अलावा, ये सेक्टर एक मजबूत ऑर्डर पाईपलाइन और मजबूत घरेलू मांग के सहारे चल रहा है. डिफेन्स अक्वीजिशन काउन्सिल ने वित्तीय वर्ष 23 से 25 तक ₹8.5 लाख करोड़ के कॉन्ट्रक्ट को मंजूरी दी है, जो कि वित्तीय वर्ष 12 से 21 तक पूरे दशक के अनुमोदनों के करीब है. रक्षा खर्च में ये बढ़ोतरी भारत के आत्मनिर्भरता और अपनी सशस्त्र सेनाओं के आधुनिकीकरण पर ध्यान केंद्रित करने को दिखाती है.
300 से ज्यादा नए विमान कॉन्ट्रैक्ट
HAL की ऑर्डर बुक भारतीय रक्षा उद्योग में सबसे मजबूत में से एक है. कंपनी अगले 10-15 सालों में 300 से ज्यादा नए विमान कॉन्ट्रैक्ट का फायदा उठाने के लिए तैयार है, जिसमें तेजस Mk-1A, Mk-II, और फिफ्थ जनरेशन के AMCA जेट शामिल हैं. इंजन की आपूर्ति की बाधाएं कम होने के साथ, HAL की क्रियान्वयन क्षमता बेहतर होने वाली है, जिससे इसकी आय की संभावनाएं मजबूत होंगी.
चॉइस ब्रोकिंग फर्म ने क्या कहा?
चॉइस ब्रोकिंग फर्म ने कहा कि ये संभावित रूप से रक्षा खर्च बढ़ाने में मदद कर सकता है, खासकर उन क्षेत्रों में जैसे कि निगरानी, ड्रोन, और टैक्टिकल सिस्टम्स जहाँ भारतीय कंपनियां अच्छी स्थिति में हैं. यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन के साथ मेल खाता है, और घरेलू रक्षा निर्माण के लिए केस को मजबूत करता है, उन्होंने कहा. चॉइस ब्रोकिंग ने शुक्रवार को एक नोट में HAL के लिए 5,570 रुपये का टारगेट प्राइस सुझाया है.