Post Office Interest Rate

Post Office Interest Rate | अगर आप सरकारी बचत योजनाओं में निवेश करने की सोच रहे हैं तो छोटी बचत योजनाएं एक अच्छा विकल्प हैं। पोस्ट ऑफिस के प्लान में आप बिना जोखिम उठाए और गारंटीड रिटर्न के साथ लंबे समय के लिए निवेश कर सकते हैं।

इसके अलावा आप पोस्ट ऑफिस की योजनाओं पर भी लोन ले सकते हैं। पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट पर भी लोन लिया जा सकता है। सरकार ने हाल ही में इस योजना पर ब्याज दरों में वृद्धि की थी।

आरडी पर इतना ब्याज
पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट पर ब्याज दर में 0.20% की बढ़ोतरी की गई है। 1 अक्टूबर 2023 से 31 दिसंबर 2023 तक 5 साल की पोस्ट ऑफिस आरडी पर अब 6.5% की जगह 6.7% की सालाना ब्याज दर मिलेगी।

आरडी पर लोन
ग्राहक आरडी खातों पर भी लोन ले सकते हैं। अगर आप पोस्ट ऑफिस में खोली गई आरडी पर लोन लेने का प्लान बना रहे हैं तो इसमें 12 किस्त जमा होनी चाहिए और खाता एक साल पुराना होना चाहिए। आरडी खाताधारक पोस्ट ऑफिस से अपने अकाउंट बैलेंस का 50% लोन ले सकता है।

लोन की रकम को एकबार या किस्तों में चुकाया जा सकता है। पोस्ट ऑफिस से लिए जाने वाले इस लोन के लिए ग्राहक को आरडी की ब्याज दर से 2% ज्यादा ब्याज देना होगा। मान लीजिए कि अगर आपको आरडी पर 6.3% ब्याज मिल रहा है, तो लोन पर ब्याज दर 8.3% होगी।

लोन कैसे लें
आरडी अकाउंट पर लोन लेने के लिए आपको अपने पोस्ट ऑफिस में जाकर पासबुक के साथ लोन फॉर्म भरकर जमा करना होगा। सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ही आपको पोस्ट ऑफिस से लोन मिलेगा।

आरडी पर ब्याज दरें
अगर आप 5,000 रुपये प्रति माह की आरडी में 60,000 रुपये और पांच साल में कुल 3 लाख रुपये का निवेश करते हैं तो आपको पांच साल बाद 6.7% की दर से 56,830 रुपये का ब्याज मिलेगा। मैच्योरिटी पर आपको 3,56,830 रुपये मिलेंगे। अगर आप आरडी में हर महीने 3,000 रुपये का निवेश करते हैं तो 5 साल में आपका कुल निवेश 1,80,000 रुपये हो जाएगा। नई ब्याज दरों के हिसाब से ब्याज के रूप में 34,097 रुपये मिलेंगे। मैच्योरिटी पर आपको कुल 2,14,097 रुपये मिलेंगे।

Disclaimer : म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में निवेश जोखिम पर आधारित होता है।  शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। hindi.Maharashtranama.com किसी भी वित्तीय नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।

News Title : Post Office Interest Rate 30 November 2023.