Gold Investment | शादियों में सोने की मांग बढ़ी है। वहीं सोने की कीमतें भी तेजी से बढ़ रही हैं। अगर आप सोना खरीदने या सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं और इसलिए आज सोने की कीमत पर वैट लगता है तो बजट के बाद आपका इंतजार खत्म हो सकता है, क्योंकि वाणिज्य मंत्रालय ने बजट 2023 में सरकार से सोने पर आयात शुल्क यानी निर्यात शुल्क कम करने को कहा है।
वित्त मंत्रालय बजट में इस बारे में फैसला ले सकता है। इस बजट से पहले सरकार की ओर से महंगाई, इनकम टैक्स की दरों में बदलाव समेत कई मुद्दों पर अहम ऐलान किए जा सकते हैं। इसलिए सभी का ध्यान इस बजट पर रहने वाला है।
सोने पर आयात शुल्क घटाने की मांग करते हुए वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि इससे देश में निर्यात बढ़ेगा और रत्न एवं आभूषणों का उत्पादन बढ़ेगा। जुलाई में केंद्र सरकार ने सोने पर आयात शुल्क 10.75 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी कर दिया था। सरकार ने चालू खाते के घाटे को कम करने और सोने के बढ़ते आयात पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया था।
इसके अलावा मांग की गई है कि निर्यात बढ़ाने के लिए अन्य उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाया जाना चाहिए। रत्न एवं आभूषण निर्यातक लंबे समय से आयात शुल्क में कटौती की मांग कर रहे हैं। रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) के पूर्व चेयरमैन कोलिन शाह ने कहा कि उद्योग को उम्मीद है कि एक फरवरी को पेश होने वाले बजट में निर्यात प्रोत्साहन उपायों की घोषणा की जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘सोने पर आयात शुल्क में कमी और आभूषणों के लिए प्रगतिशील मरम्मत नीति से इस क्षेत्र को काफी फायदा होगा। प्रयोगशालाओं में हीरे बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कच्चे हीरे पर कर और हीरे पर शुल्क हटा दिया जाएगा। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर के दौरान देश का रत्न एवं आभूषण निर्यात दो प्रतिशत बढ़कर 26.45 अरब डॉलर रहा। सोने का आयात 18.13 प्रतिशत घटकर 27.21 अरब डॉलर रहा। सोने के आयात में कमी से चालू खाते के घाटे को कम करने में मदद मिलती है।
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