Home Loan EMI | आरबीआई के चेयरमैन शक्तिकांत दास ने क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान किया। एक बार फिर रेपो रेट में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इसके बाद से ब्याज दरें उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं और 2018 का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इसलिए अब हर तरह के लोन महंगे होने जा रहे हैं।
आरबीआई की तीन दिन तक चली बैठक में रेपो रेट में 35 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी का फैसला किया गया है। इसलिए अब लोन लेने वालों के लोन और ईएमआई महंगी होने वाली है।
सीएनबीसी आवाज़ की एक रिपोर्ट के मुताबिक होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन पर इसका बड़ा असर पड़ने वाला है। उदाहरण के लिए सरल शब्दों में समझें। मान लीजिए कोई व्यक्ति 50 लाख का लोन लेता है। इस लोन को लेने के समय ब्याज दर 8.55 फीसदी थी। अगर लोन 20 साल के लिए लिया जाए तो इसकी ईएमआई करीब 43,555 होगी।
आरबीआई द्वारा रेपो रेट बढ़ाने के बाद अब इसकी ईएमआई बढ़ने वाली है। इसलिए नए कर्जदारों की ईएमआई अधिक होगी। यानी अब व्यक्ति को नई ब्याज दर के हिसाब से 44,655 रुपये देने होंगे। नया ब्याज लेने वाले व्यक्ति की ईएमआई 44 हजार 655 होगी। यहां देखा गया है कि ईएमआई में कुल 1100 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
आरबीआई द्वारा घोषित क्रेडिट पॉलिसी के अनुसार, कुल रेपो रेट अब 6.25 प्रतिशत है। एमएसएफ दर 0.35 प्रतिशत बढ़कर 6.5 प्रतिशत पर पहुंच गई है। एसडीएफ दर भी 0.35 प्रतिशत बढ़कर 6 प्रतिशत हो गई है।
वर्तमान में दुनिया भोजन और ऊर्जा दोनों में एक बड़ी चुनौती का सामना कर रही है। खराब मौसम और बढ़ती महंगाई ने आर्थिक गणित बिगाड़ दिया है। शक्तिकांत दास ने कहा कि महंगाई पर काबू पाना अभी भी चिंता का विषय है।
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