EPFO Login | कर्मचारी भविष्य निधि संगठन को रिडेम्पशन राशि को इक्विटी में निवेश करने की अनुमति दी गई है। यह एक शर्त है कि यह निर्धारित सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए। आपको बता दें कि EPFO केवल एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानि ETF के माध्यम से इक्विटी में निवेश करता है और 31 जुलाई तक कुल निवेश 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। वित्त मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार, EPFO अपनी आय का 5% से 15% के बीच इक्विटी और संबंधित फंड आदि में निवेश कर सकता है।
नए परिशिष्ट को जोड़ना
बिजनेस लाइन की रिपोर्ट के अनुसार, 24 अगस्त, 2023 से इस संबंध में एक नया खंड जोड़ा गया है। दिशानिर्देशों के अनुसार, EPFO अब BSE और NSE में सूचीबद्ध कंपनियों में निवेश कर सकेगा। 5,000 करोड़ रुपये या उससे अधिक के बाजार पूंजीकरण वाली कंपनियों में निवेश किया जा सकता है।
पहले भी अधिसूचित
EPFO निवेश पर सरकार पहले ही दो अधिसूचनाएं जारी कर चुकी है। 23 अप्रैल, 2015 की अधिसूचना ईपीएफओ के निवेश के संबंध में है। 29 मई, 2015 की दूसरी अधिसूचना में निवेश सीमा आदि पर चर्चा की गई है।
ब्याज पर भी प्रभाव पड़ेगा
EPFO पीएफ खाताधारक के खाते में जमा रकम को अलग-अलग तरीके से निवेश करता है। इस निवेश से होने वाली आय का एक हिस्सा पीएफ खाताधारकों को ब्याज के रूप में दिया जाता है। ईपीएफओ के अंशधारकों की संख्या 6.5 करोड़ से अधिक है। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ग्राहकों को पीएफ खाते में जमा रकम पर 8.15% ब्याज दिया जा रहा है।
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