Shukra Margi 2023 | प्रेम, ऐश्वर्य, सुख और वैभव के कारक शुक्र शीघ्र ही गोचर करेंगे। वैदिक ज्योतिष के अनुसार जब ग्रह अपनी स्थिति बदलता है तो 12 राशियों पर इसका सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। 04 सितंबर को चंद्रमा और शुक्र के शत्रु रस यानी कर्क राशि का स्वामी शुक्र रहेगा। शुक्र 4 सितंबर को सुबह 6 बजकर 17 मिनट पर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। वैदिक ज्योतिष में शुक्र को बहुत शुभ माना जाता है। शुक्र का गोचर कुछ राशियों को आकर्षित करने वाला है।
कुंडली में शुक्र का प्रभाव
वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र स्त्री ग्रह और सौंदर्य का ग्रह है। विवाह या प्रेम संबंध कुंडली में शुक्र की स्थिति पर निर्भर करता है। यदि किसी कुंडली में शुक्र मजबूत हो तो उनका वैवाहिक या प्रेम जीवन सफल होता है। लेकिन शुक्र कमजोर हो तो आपको कई संकटों का सामना करना पड़ता है।
मेष
इस राशि के लिए शुक्र दूसरे और सातवें भाव का स्वामी है। तो तुम्हारा चौथा भाई क्षणभंगुर होगा। यह आपके परिवार के साथ एक मजेदार समय होने जा रहा है। नया वाहन खरीदने का मौका मिल सकता है। विलासिता की चीजों पर धन खर्च होने वाला है। इस दौरान आपको अपने व्यापार और नौकरी में शुभ समाचार ों की प्राप्ति होगी। संपत्ति में निवेश करना लाभदायक रहेगा।
मिथुन
इस राशि के लिए शुक्र पंचम और द्वादश भाव का स्वामी है। वह आपके दूसरे घर में रहने वाला है। इससे आर्थिक लाभ होगा। नौकरी और व्यापार में सफलता मिलेगी। पैतृक संपत्ति से लाभ होगा। आपको पैसा मिलने वाला है।
कन्या
इस राशि वालों के लिए शुक्र दूसरे और नौवें भाव का स्वामी है। शुक्र भी आपके 11वें भाव में परिक्रमा करेगा। इसलिए धन, संपत्ति या विलासिता से जुड़ी इच्छा आपकी इस दौरान पूरी होगी। इस अवधि में आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। इस दौरान आपको भाग्य का साथ मिलेगा। आपकी सभी इच्छाएं पूरी होंगी।
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