UP Crime | बरेली की प्रांतीय सिविल सेवा अधिकारी ज्योति मौर्य इस समय भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सुर्खियों में हैं। इस संबंध में फिलहाल आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच 100 पन्नों की एक डायरी सामने आई है। ज्योति के पति ने डायरी दैनिक भास्कर को सौंप दी है। ज्योति मौर्य हर महीने की गई वसूली का सारा लेखा-जोखा इस डायरी में देती थी। डायरी के मुताबिक, ज्योति अवैध रूप से हर महीने 6 लाख रुपये की वसूली कर रही थी।
ज्योति के आरोपों में किस हद तक सच्चाई है यह जांच के बाद ही साफ हो पाएगा। ज्योति के पति आलोक मौर्य ने इस संबंध में होमगार्ड मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। उनकी शिकायत के बाद होमगार्ड के डीजी वीके मौर्य ने प्रयागराज के डिप्टी कमांडेंट जनरल संतोष कुमार को जांच सौंपी। उन्होंने अपने पति आलोक का बयान दर्ज कराया है। अब बरेली चीनी मिलों के प्रबंध निदेशक के पद पर तैनात महिला अधिकारियों से पूछताछ की जाएगी।
हर पन्नों पर लिखा है शुभ लाभ
प्रयागराज के पंचायती राज विभाग में तैनात आलोक कुमार मौर्य की डायरी के हर पन्ने के ऊपर और नीचे स्वास्तिक का प्रतीक चिह्न है। इस पर शुभ -लाभ भी लिखा है। इसके बाद हर पेज पर इस बात का जिक्र होता है कि किससे कितने पैसे मिले। आलोक का दावा है कि हस्ताक्षर ज्योति के हैं।
अक्टूबर 2021 में कमाए 6 लाख 4 हजार
ज्योति मौर्य 2019 से 2021 तक कौशांबी की चायल तहसील में तैनात थीं। इस बीच डायरी में भ्रष्टाचार से मिले पैसों का लेखा-जोखा लिखा है। अकेले अक्टूबर 2021 की बात करें तो ज्योति ने महज एक महीने में अवैध तरीके से 6.04 लाख रुपये कमाए थे। इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि सप्लाय इन्स्पेक्टर को 15,000 रुपये प्रति माह और मार्केटिंग इन्स्पेक्टर को 16,000 रुपये दिए जा रहे हैं। प्रत्येक पृष्ठ पर महीने के हिसाब से भ्रष्टाचार से धन का उल्लेख किया गया है।
“2020 तक, सब कुछ ठीक था।
आलोक ने बताया कि ज्योति से उनकी शादी 2010 में हुई थी। 2009 में आलोक का चयन पंचायत राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में हुआ था। इसके बाद उन्होंने ज्योति को पढ़ाया। उसे प्रशिक्षित किया। ज्योति 2015 में चुनी गई थीं। ज्योति महिलाओं में तीसरे और लोक सेवा आयोग से कुल मिलाकर 16वें स्थान पर रहीं। परिवार में सभी लोग बहुत खुश थे। जुड़वा बच्चों का जन्म 2015 में हुआ था। 2020 तक, सब कुछ ठीक था।
“फेसबुक पर जिला कमांडेंट होमगार्ड के साथ दोस्ती”
आलोक ने बताया कि 2020 में ज्योति का परिचय गाजियाबाद में तैनात डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड से हुआ था। दोनों ने बात करना शुरू कर दिया था। अधिकारी होने के नाते, हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता था। लेकिन 2022 में ज्योति अपने मोबाइल फोन पर फेसबुक पर लॉग आउट करना भूल गई थी। जब मैंने इसे देखा तो दोनों के बीच अश्लील बातचीत हुई। मैं यह देखकर नाराज हो गया। जब मैंने इसका विरोध किया तो उसने लड़ना शुरू कर दिया और मुझे जेल भेजने की धमकी दी। आलोक ने दोनो को 22 दिसंबर 2022 को लखनऊ के एक होटल में रंगे हाथ पकड़ा था। आलोक ने कहा कि वह अपनी जान बचाने के लिए भाग गया था क्योंकि दोनों ने उस पर हमला किया था।
‘जान से मारने की धमकी’
उन्होंने कहा, ‘मुझे एक हफ्ते पहले फोन आया और उससे कहा गया कि वह स्वेच्छा से मुझे तलाक दे दो, नहीं तो मैं मार दूंगा। वह मुझे हर दिन 376 में फंसाने की धमकी देती है। पत्नी ने धूमनगंज थाने में दहेज उत्पीड़न का झूठा मामला दर्ज कराया है। उसने धारा 376 लगाने की धमकी भी दी।
होमगार्ड मुख्यालय में शिकायत
आलोक ने इस संबंध में होमगार्ड मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा, ‘मेरी पत्नी ज्योति का गाजियाबाद के होमगार्ड कमांडेंट के साथ प्रेम संबंध है। दोनों उसे मारने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने इस संबंध में होमगार्ड के अधिकारियों को कुछ व्हाट्सएप चैट भी दिए हैं।
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