Reliance Capital Share Price | अनिल धीरूभाई अंबानी समूह का हिस्सा ‘रिलायंस कैपिटल कंपनी’ के शेयर पिछले पांच कारोबारी सत्रों से लगातार ऊपरी सर्किट में पहुंच रहे हैं। अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस कैपिटल कर्ज में डूबी कंपनी है, जो वर्तमान में दिवालियापन की कार्यवाही का सामना कर रही है। खबर है कि कंपनी का अधिग्रहण टोरेंट ग्रुप और हिंदुजा ग्लोबल द्वारा किया जा रहा है, जो वर्तमान में बाजार में घूम रहा है। इसलिए यह शेयर एक्टिव हो गया है। पिछले एक साल में इस कंपनी के शेयरों में 30 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं वाईटीडी आधार पर शेयर की कीमत में 21 फीसदी का उछाल आया है। (Stock Market LIVE, Share Market LIVE, BSE – NSE LIVE, Nifty 50 LIVE, Sensex LIVE, SGX Nifty live, Reliance Capital Share Price | Reliance Capital Stock Price | BSE 500111 | NSE RELCAPITAL)
शेयर की कीमत का इतिहास
रिलायंस कैपिटल का शेयर कल एनएसई सूचकांक पर 5 प्रतिशत की बढ़त के साथ 10.65 रुपये पर बंद हुआ था। इस स्मॉल कैप पेनी स्टॉक कंपनी के शेयर 2023 की शुरुआत से लगातार 5 ट्रेडिंग सत्रों में ऊपरी सर्किट पर पहुंच चुके हैं। 5 जनवरी 2018 को कंपनी के शेयर 600.80 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहे थे और फिर शेयर में गिरावट शुरू हुई और शेयर फिलहाल 10.65 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं। यानी इस दौरान जिन लोगों ने शेयरों में एक लाख रुपये का निवेश किया था, उनके निवेश की वैल्यू घटकर 1,775 हजार रुपये रह गई है।
रिलायंस कैपिटल दिवालिया मामला
एनसीएलटी ने टोरेंट इंडस्ट्रीज समूह की याचिका पर रिलायंस कैपिटल लिमिटेड कंपनी की दिवाला कार्यवाही पर रोक लगा दी। दरअसल, गुजरात स्थित टोरेंट इंडस्ट्रीज ग्रुप की ओर से दायर याचिका में हिंदुजा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज की संशोधित बोली को चुनौती दी गई है। टोरेंट इंडस्ट्रीज ग्रुप ने ई-नीलामी प्रक्रिया में सबसे ज्यादा 8,640 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। हिंदुजा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज ने 8,110 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। हालांकि, ई-नीलामी के अगले ही दिन हिंदुजा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज ने 9,000 करोड़ रुपये की अपनी पेशकश की घोषणा कर दी। हिंदुजा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज ने ई-नीलामी के बाद बोली बढ़ा दी और यह पेशकश गलत और अवैध थी। एनसीएलटी ने आरसीएल कंपनी के प्रशासक को टोरेंट इंडस्ट्रीज ग्रुप के आवेदन पर जवाब देने का आदेश दिया है। इस मामले की सुनवाई अगले सप्ताह होनी है।
RBI का फैसला
पिछले साल नवंबर 2022 में आरबीआई ने रिलायंस कैपिटल कंपनी के निदेशक मंडल को बर्खास्त कर दिया था और ‘नागेश्वर राव वाई’ को प्रशासक नियुक्त किया था। रिलायंस कैपिटल कंपनी दिवाला संहिता के तहत नीलामी के लिए एनसीएलटी में जाने वाली तीसरी सबसे बड़ी एनबीएफसी कंपनी है। यह नीलामी पहले श्रेई समूह और डीएचएफएल कंपनी के पास थी।
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