Meghna Jain Startup

Meghna Jain Startup | बंगलूरू की मेघना जैन ने 2018 में ‘ड्रीम ए डजन’ नाम का स्टार्टअप शुरू किया। उसने शौक से कपकेक बेचना शुरू किया। आज मेघना की कंपनी हर साल 1 करोड़ रुपये का व्यवसाय करती है। मेघना ने शिक्षा को कमाई से ज्यादा महत्व दिया। उसने सीख कर उसे वास्तविक काम में लागू किया। इसलिए आज उसकी कंपनी सफलता की ऊंचाई पर पहुँच गई है। मेघना जैन की इस प्रेरणादायक यात्रा के बारे में हम विस्तार से जानेंगे।

पडोसी से कपकेक बनाना सीखा
मेघना जैन बेंगलुरु में रहती हैं। उन्होंने 2018 में ‘ड्रीम ए डजन’ की शुरुआत की। शुरू में वह गर्मियों में बेकिंग के क्लासेस लिया करती थीं। बाद में उन्होंने दीवाली में कंपनियों के लिए गिफ्ट हैम्पर बनाने का काम शुरू किया। धीरे-धीरे उन्होंने बेंगलुरु की मार्केट में अपनी पहचान बनाई। मेघना ने 18 वर्ष की उम्र में कॉलेज के कैफेटेरिया में उत्साह से कपकेक बेचना शुरू किया। यह उनका शौक था। उनके कपकेक जल्द ही बहुत प्रसिद्ध हो गए। 2011 में मेघना ने अपने पड़ोस की आंटी से कपकेक बनाना सीखा। उनके परिवार और दोस्तों ने उन्हें प्रोत्साहित किया। इसलिए उन्होंने हर रविवार को कपकेक बनाने की शुरुआत की। फिर वह सोमवार को कॉलेज के कैफेटेरिया में उन्हें बेचती थीं।

प्रतिस्पर्धा ने आत्मविश्वास दिया
एक बिजनेस प्लान प्रतियोगिता ने मेघना का जीवन बदल दिया। एनआईटी में हुई इस प्रतियोगिता में उन्हें तीसरा स्थान मिला। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा। उन्हें इंडियन एंजेल नेटवर्क्स के साथ काम करने का मौका मिला। इस सफलता के बाद मेघना के सामने एक कठिन निर्णय था। उसे कॉलेज की पढ़ाई पूरी करनी है या व्यवसाय करना है, यह तय करना था। मेघना को फंडिंग और इक्विटी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। इसलिए उसने पहले अपनी डिग्री पूरी करने का निर्णय लिया। उसने कहा, “मैं बाद में व्यवसाय के बारे में सोचूंगी।” पढ़ाई के साथ-साथ उसने कपकेक भी बेचना जारी रखा। इससे उन्हें हर महीने लगभग 7-8 हजार रुपये मिलते थे।

नौकरी का व्यवसाय
डिग्री पूरी करने के बाद, Meghna ने फूड इंडस्ट्री में काम करने का निर्णय लिया। उसने ‘इनर शेफ’ नामक एक फूड टेक कंपनी में 1 साल 3 महीने काम किया। इसके बाद उसने डेजर्ट पर काम करना शुरू किया। अपनी कौशल को और बेहतर करने के लिए उसने ‘केकवाला’ में ट्रेनिंग भी ली। मेघना को बड़ी फूड इंडस्ट्री कंपनियों के साथ काम करना था। इसलिए उसने स्टारबक्स में नौकरी के लिए आवेदन किया। जब उसे कोई जवाब नहीं मिला, तब उसने अपना खुद का केक का व्यवसाय शुरू करने का निर्णय लिया। लेकिन, उसके सामने एक और कठिन सवाल खड़ा हो गया। जब मेघना अपने ब्रांड को लॉन्च करने वाली थी, तब उसे स्टारबक्स से नौकरी का प्रस्ताव मिला। फिर भी, उसने स्टारबक्स की नौकरी छोड़कर अपना खुद का केक का व्यवसाय करने का निर्णय लिया।

स्टार्टअप, समस्याएँ, और सफलता
मेघना जैन ने जनवरी 2018 में ‘ड्रीम ए डजन’ लॉन्च किया। 6 महीने बाद उसने केक का व्यवसाय घर की रसोई से दो बेडरूम के घर में शिफ्ट कर दिया। 2020 में उसने एक बड़ा व्यावसायिक स्थल लिया। मेघना ने अपने व्यवसाय को नए स्थान पर शिफ्ट किया और तुरंत ही कोरोनावायरस महामारी आ गई। उसे वह व्यवसाय बंद करना पड़ा। यह बहुत कठिन समय था। उसने बहुत मेहनत और समय दिया था। लेकिन, मेघना ने हार नहीं मानी। उसने इस मौके का उपयोग अपनी टीम की कौशल को सुधारने के लिए किया। उसने अपनी टीम को केक बनाने की नई तकनीकें सिखाईं। 2019-20 और 2020-21 में उनके व्यवसाय में बहुत वृद्धि हुई। महामारी से पहले मेघना का ब्रांड हर महीने 1-1.5 लाख रुपये कमा रहा था। वित्तीय वर्ष 2020-21 में उसने 30 लाख रुपये कमाए। अब कंपनी का टर्नओवर बढ़कर हर साल 1 करोड़ रुपये हो गया है।