Gold Investment | सोने की कीमत दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। सोने की कीमतें कम नहीं होती हैं। इसलिए सोना खरीदना पहुंच से बाहर है। अब उम्मीद में सूत्रों से एक आश्वस्त करने वाली खबर है। केंद्र सरकार सोने की कीमतों को नीचे लाने के लिए मास्टरप्लान तैयार कर रही है।
केंद्र सरकार अब सोने पर आयात शुल्क घटाने की योजना बना रही है। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सरकार सोने की अवैध शिपिंग पर लगाम लगाने के लिए इंपोर्ट ड्यूटी घटाने की योजना बना रही है।भारत सोने का दूसरा सबसे बड़ा आयात है। हालांकि सोने पर आयात शुल्क बढ़ने से भारत में सोने की तस्करी की घटनाएं बढ़ी हैं। इस पृष्ठभूमि में, सरकार सोने पर आयात शुल्क को 12.5% से बढ़ाकर 10% करने की योजना बना रही है।
आयात शुल्क में कटौती का फैसला
रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट नहीं किया गया है कि सोने पर आयात शुल्क घटाने की सिफारिशों को स्वीकार किया जाएगा या नहीं। अगर सरकार सोने पर आयात शुल्क में कटौती का फैसला करती है तो वह बजट में इसकी घोषणा कर सकती है।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2023 को बजट पेश करेंगी। आयात शुल्क कम करने का निर्णय कठिन होने जा रहा है। सोने पर आयात शुल्क घटाने का फैसला इसलिए भी अहम होगा क्योंकि सरकार व्यापार घाटा कम करने के लिए आयात कम करना चाहती है।
सोने की तस्करी के मामले बढ़ने से सरकार की आय प्रभावित होती है। जुलाई 2022 में सरकार द्वारा दरों में बढ़ोतरी के बाद से सोने के आयात में कुछ हद तक कमी आई है। वित्त मंत्रालय की तरफ से अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है।जुलाई-सितंबर तिमाही में सोने के आयात में करीब 23 फीसदी की गिरावट आई है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने से सोने के आयात में कमी आई है। यह बात सामने आई है कि सर्राफा उद्योग ने आयात शुल्क में कटौती की मांग की है।
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने पर आयात शुल्क बढ़ने से घरेलू उद्योग पर असर पड़ रहा है। सोने का अवैध आयात बढ़ गया है। उनका मानना है कि सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी 4-6 पर्सेंट के बीच होनी चाहिए।
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