Kendra Trikon Rajyog | हर महीने सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में जाता है। सूर्य इस समय कन्या राशि में है। 18 अक्टूबर 2019 को सूर्य और चंद्रमा मुख्य ग्रहों शनि, गुरु , मंगल, राहु और केतु के साथ आपसी स्थिति में होंगे। सूर्य कन्या राशि से तुला राशि में प्रवेश करेगा। इस स्थिति में ज्योतिष शास्त्र ने अगले 30 दिनों में अच्छी और बुरी घटनाओं की भविष्यवाणी की है।
ग्रहों से बुरी तरह प्रभावित होंगे ‘ये’ नेता
18 अक्टूबर को सूर्य के तुला राशि में गोचर के केंद्र में प्रमुख ग्रह बृहस्पति और मंगल के साथ होंगे। राहु, केतु और शनि केंद्र में हैं और ज्योतिष में भविष्यवाणी की गई है कि त्रिकोण में आना किसी बड़े खतरे का संकेत है। ज्योतिष शास्त्र ने कहा है कि इस त्रिकोण का प्रभाव लंबे समय तक रहेगा और इस योग का भारत पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य और चंद्रमा को शाही ग्रह माना जाता है। इसलिए तुला संक्रांति के दौरान सूर्य, मंगल और केतु की युति से कई लोग परेशान रहेंगे। चंद्रमा पर शनि की दृष्टि दुनिया की राजनीति पर नकारात्मक प्रभाव डालेगी। ज्योतिष ने संकेत दिया है कि जो बिडेन, बेंजामिन नेतन्याहू और विशेष रूप से नरेंद्र मोदी में गिरावट या राजनीतिक भ्रम होगा।
इजरायल-हमास युद्ध में हिजबुल्लाह की एंट्री
सूर्य संक्रांति के ठीक एक दिन बाद बुध तुला राशि में प्रवेश करेगा। इसलिए सूर्य, केतु और मंगल का अशुभ संयोग बनेगा। इसका इजरायल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। ज्योतिष ने भविष्यवाणी की है कि हिजबुल्लाह युद्ध में प्रवेश करेगा। हिजबुल्लाह को 2006 में पहले 34 दिनों के युद्ध में इजरायल ने हराया था। लेकिन इस बार वे कड़ी टक्कर के लिए तैयार हैं। यहां यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में 8000 भारतीय सैनिक सेवारत हैं। अगला महीना उनके लिए कठिन होने वाला है। ज्योतिष शास्त्र ने भविष्यवाणी की है कि अगले एक महीने में राहु-राहु-गुरु की स्थिति के कारण युद्ध में अनहोनी होने की आशंका है।
भारत के उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्वी हिस्सों में खतरा
तुला राशि में गोचर करने के बाद मंगल, केतु राशि में वक्री शनि आदि खतरनाक होंगे। ज्योतिष शास्त्र ने आग, भूकंप और हिंसक घटनाओं के साथ ही जान-माल के नुकसान की उच्च संभावना जताई है। वहीं चित्रा नक्षत्र में सूर्य, बुध और केतु का गोचर और धनिष्ठा नक्षत्र में शनि का गोचर अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा। अर्थव्यवस्था में हल्की मंदी, सोने की कीमत में तेजी और शेयर बाजार में उथल-पुथल की आशंका है।
सूर्य की तुला संक्रांति के दौरान राहु और गुरु उत्तर-पूर्व दिशा में चल रहे हैं। मंगल और चंद्रमा दक्षिण-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेंगे और एक-दूसरे को काटेंगे। इससे मणिपुर में फिर से कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका है। सूर्य संक्रांति के दौरान पंचम भाव में चंद्रमा और शनि की स्थिति में खेल जगत और फिल्म इंडस्ट्री में अचानक बुरे संकेत मिलेंगे।
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