Shani Vakri 2023 | वैदिक ज्योतिष में ग्रह गोचर का बहुत महत्व है। शनि जब अपनी स्थिति बदलता है तो इसका प्रभाव 12 राशियों पर पड़ता है। शनि देव कर्मदेव हैं। वह उत्पीड़क को उसके कर्मों का फल देता है। यदि अच्छे कर्म हों तो शनिदेव प्रसन्न होते हैं। यदि आपने बुरे कर्म किए हैं तो आपको शनि देव के प्रकोप का सामना करना पड़ता है। शनि देव अब अपना स्थान बदलने जा रहे हैं। शनि जल्द ही उल्टी चाल का पालन करेंगे। 30 साल बाद शनि कुंभ राशि में वक्री हो जाएगा।
शनि वक्री कब होता है?
पंचांग के अनुसार शनि 17 जून को रात 10 बजकर 48 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। शनि की वक्री स्थिति के कारण कई शुभ-अशुभ योग बन रहे हैं। इस स्थिति में शनि की उल्टी गति के परिणामस्वरूप केंद्र त्रिकोण एक अद्भुत संयोग बन गया है। आइए जानते हैं कि इस केंद्र त्रिकोण राजयोग से किन राशियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
मेष
शनि वक्रता से बने केंद्र त्रिकोण राजयोग से इन राशियों को लाभ होगा। कार्यक्षेत्र में धन प्राप्ति की संभावना है। कार्यक्षेत्र में पदोन्नति के योग बन रहे हैं। अचानक धन प्राप्ति के योग बन रहे हैं।
वृष
केंद्र त्रिकोना राजयोग में इस राशि के लोग काफी भाग्यशाली साबित होंगे। कार्यक्षेत्र में वेतन वृद्धि की प्रबल संभावना है। परिवार से शुभ समाचार मिलेगा। अटके हुए कार्य रास्ते में हैं। आय के कई रास्ते बनेंगे। जीवनसाथी के साथ संबंध मजबूत होंगे।
सिंह
शनि वक्री होने से इस राशि के लोगो के लिए केंद्र त्रिकोण राजयोग शुभ रहेगा। वे वित्तीय क्षेत्र में प्रगति करेंगे। मां लक्ष्मी आपसे प्रसन्न होंगी। आपको हर काम में सफलता मिलेगी। नए अवसर आ रहे हैं।
मकर
इस राशि के लोगो के लिए केंद्र त्रिकोण राजयोग काफी लाभकारी रहेगा। इन लोगों के पास एक मजबूत बैंक बैलेंस होगा। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। आपकी कुंडली में अपार धन प्राप्ति के योग बन गए हैं।
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