Property Knowledge

Property Knowledge | अगर कोई आपकी जमीन या घर को कब्जे में ले लेता है, तो इसके बारे में कहां और कैसे शिकायत करना है, ये जानना बहुत महत्वपूर्ण है। पड़ोसियों के बीच संपत्ति को लेकर अक्सर विवाद होते हैं, यह कोई नई बात नहीं है। किसी के घर में लगाए गए पेड़ से दूसरे व्यक्ति को परेशानी हो सकती है। इसी तरह, गलत तरीके से बनाए गए बालकनी, दरवाजा या खिड़की भी विवाद का कारण बन सकती है।

काफी बार ऐसा होता है कि कुछ लोग घर के पास के खाली भूभाग की ओर मुंह करके अपने घर में दरवाजा या खिड़की लगाते हैं। ऐसी स्थिति में आपस में लड़ाई होना स्वाभाविक है। इसलिए, सवाल यह है कि क्या पड़ोसी ऐसा कर सकता है और क्या इससे आपका भूखंड कब्जे में लिया जाएगा?

क्या आपके पड़ोसी आपकी संपत्ति पर कब्जा कर सकते हैं?
यदि आपके पड़ोसी ने आपकी भूमि की दिशा में गेट या खिड़की बना ली है और कुछ समय से आपकी जगह का उपयोग कर रहे हैं, तो आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। ऐसा करने से आपके पड़ोसी को आपकी ज़मीन पर अधिकार नहीं मिलता और ज़मीन का उपयोग करने का अधिकार भी नहीं मिलता। आप अपने प्लॉट में प्रवेश करने से अपने पड़ोसी को रोक सकते हैं। इसी प्रकार, यदि आपके पड़ोसी द्वारा आपकी प्लॉट की दिशा में खोली गई खिड़की से आपको परेशानी हो रही है, तो आप खिड़की बंद कर सकते हैं। साथ ही, यदि पड़ोसी आपकी बात नहीं सुन रहा है, तो आप पुलिस और अदालत की मदद ले सकते हैं.

कोई भी स्थायी संपत्ति पर अतिक्रमण नहीं कर सकता।
घर, इमारत या भूखंड को स्थायी संपत्ति माना जाता है। साधे शब्दों में कहें तो, स्थायी संपत्ति ऐसी संपत्ति है जिसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर नहीं ले जाया जा सकता। आपकी स्थायी संपत्ति पर अन्य कोई भी अतिक्रमण नहीं कर सकता और आपकी अनुमति के बिना प्रवेश भी नहीं कर सकता। आपका पड़ोसी आपके प्लॉट या घर पर ही नहीं बल्कि उसके ऊपर के स्थान पर भी अतिक्रमण नहीं कर सकता।

अगर आपके पड़ोसी ने ऐसा कुछ किया है जो आपकी संपत्ति के उपयोग में बाधा डाल रहा हो या अतिक्रमण की श्रेणी में आता हो, तो ऐसी स्थिति में आपको पड़ोसी को रोकने का अधिकार है। आपके पड़ोसी द्वारा हटाई गई दरवाजा या खिड़की को बंद करने का कानूनी अधिकार भी आपको है क्योंकि इससे आपको अपनी जमीन के उपयोग में कठिनाई हो रही है।

यदि आपने अपने स्थान पर अतिक्रमण किया है तो कहाँ शिकायत करनी है भारत में भूमि पर अतिक्रमण करना अपराध है। भारतीय दंड संहिता  की धारा 441 भूमि और संपत्ति पर अतिक्रमण के मामलों पर लागू होती है। यदि किसी ने भूमि, घर या अन्य संपत्ति पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है तो सबसे पहले पुलिस और भूमि राजस्व विभाग को इसके बारे में सूचित करें। यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो अदालत अतिक्रमण पर स्थगन दे सकती है और मुआवजा देने का आदेश भी दे सकती है। भूमि पर अतिक्रमण होने पर अदालत भूमि की कीमत के अनुसार मुआवजे की राशि निर्धारित करती है।